दया
बीमारी के चलते सबने संध्या को काम पर जाने से मना कर दिया था । वह बाजार से सामान भी लाकर नहीं रख पाई थी ।
. छत के खोखे में बने घोंसले में मनु चूजों के लिए रोज ही रोटी लेकर जाता था ।
. उस दिन माँ ने कहा - " मनु अब आटा खत्म होने वाला है , तो चूजों के लिए चिड़िया दाना ले ही आयेगी , तुम अपनी रोटी खा लेना।"
"ठीक है माँ ।" मनु ने सिर हिला दिया।
खाना खाते समय मनु ने आधी रोटी जेब में रख ली। माँ के सोने के बाद रोटी के छोटे छोटे टुकड़े करके ऊपर चला गया । मनु को देख चूजे चूँ चूँ करने लगे । उसने आधी रोटी उनको खिला दी।रोज यही करता रहा।
आज सिर्फ एक रोटी मनु के लिए थी । उसके लिए कुछ नहीं था । उसे नींद नहीं आई , करवट ली तो मनु को वहां न देख वह ऊपर गयी तो देखा मनु रोटी के टुकड़े पानी में भिगो कर चूजों को खिला रहा था।
वह चुपचाप नीचे आ गई मनु के मन में जीवों के लिए दया देख उसकी आंखों में आंसू भर आए।
बीमारी के चलते सबने संध्या को काम पर जाने से मना कर दिया था । वह बाजार से सामान भी लाकर नहीं रख पाई थी ।
. छत के खोखे में बने घोंसले में मनु चूजों के लिए रोज ही रोटी लेकर जाता था ।
. उस दिन माँ ने कहा - " मनु अब आटा खत्म होने वाला है , तो चूजों के लिए चिड़िया दाना ले ही आयेगी , तुम अपनी रोटी खा लेना।"
"ठीक है माँ ।" मनु ने सिर हिला दिया।
खाना खाते समय मनु ने आधी रोटी जेब में रख ली। माँ के सोने के बाद रोटी के छोटे छोटे टुकड़े करके ऊपर चला गया । मनु को देख चूजे चूँ चूँ करने लगे । उसने आधी रोटी उनको खिला दी।रोज यही करता रहा।
आज सिर्फ एक रोटी मनु के लिए थी । उसके लिए कुछ नहीं था । उसे नींद नहीं आई , करवट ली तो मनु को वहां न देख वह ऊपर गयी तो देखा मनु रोटी के टुकड़े पानी में भिगो कर चूजों को खिला रहा था।
वह चुपचाप नीचे आ गई मनु के मन में जीवों के लिए दया देख उसकी आंखों में आंसू भर आए।
कोमल मन के भाव
जवाब देंहटाएंबच्चे ऐसे ही होते हैं।
हटाएंकरुण भाव💐
जवाब देंहटाएंआभार ।
हटाएंहृदस्पर्शी मार्मिक रचना ,दया ममता हर परिस्थिति में कायम रहती है ,उसे अभाव भी नही मिटा पाती ,बहुत ही सुंदर कथा ,
जवाब देंहटाएंआभार ।
हटाएंसारग्रर्भित और मार्मिक।
जवाब देंहटाएंआभार ।
हटाएंमार्मिक
जवाब देंहटाएंआभार।
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